वरिष्ठ नेता पूर्व महापौर भवानीशंकर शर्मा की तीसरी पुण्यतिथि पर वीडियो कॉलिंग से हुई श्रद्धांजलि सभा
भाई बन्धु न्यूज, बीकानेर। बीकानेर के पूर्व महापौर वरिष्ठ नेता भवानीशंकर शर्मा की तीसरी पुण्यतिथि पर कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज द्वारा श्रद्धांजलि सभा वीडियो कॉलिंग के जरिये आयोजित की गई।
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए भाई बन्धु चेरीटेबल ट्रस्ट की अध्यक्षा कामिनी भोजक 'मैया ने कहा कि भवानीशंकर शर्मा हर वर्ग समुदाय के चहेते नेता थे। अपनी मनमोहक मुस्कान और शांत स्वभाव से वे हर किसी की परेशानी दूर करने का कार्य बड़ी सरलता के साथ करते यही नहीं वे अपने चेहरे पर कभी शिकन नहीं आने देते और हर व्यक्ति के लिए उनकी उपलब्धता सहज थी कम अर्थों में अगर उनके व्यक्तित्व को समझना है तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं की वे सादगी और सरलता की प्रतिमूर्ति के एक युगपुरुष रहे और इसी रूप में वे सदैव पूजनीय रहेंगे।
वरिष्ठ समाजसेवी ब्राह्मण बन्धु चेरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष आर.के. शर्मा ने कहा कि भवानीशंकर शर्मा जिस कद के नेता थे और उस कद पर कोई और व्यक्ति रहे तो वे आसमा में उडऩा चालू कर दे लेकिन भवानी भाई सबके लिए सर्व स्वीकार्य व्यक्तित्त्व के रूप में धरातल से जुड़े व्यक्ति थे।
भाई बन्धु चेरीटेबल ट्रस्ट के मंत्री नितिन वत्सस ने भवानी शंकर शर्मा के व्यक्तित्त्व और कृतित्त्व पर विस्तारित बात रखते हुए कहा कि भवानीशंकर शर्मा के लिए विचार और सिदान्त सर्वोपरि थे अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में वे ना तो अपने सिद्धांतों से समझौता करते दिखे ना ही विचारधारा से भवानीशंकर शर्मा से मिलने वाला हर व्यक्ति अपने कार्य के प्रति आश्वश्त था क्योंकि भवानीशंकर शर्मा जो कहते वो करते भी थे। इसलिए हर जुबां पर उनका नाम 'भानी-भाई' सुनाई देता बड़े-बूढ़े बच्चे सभी उनको इसी नाम से पुकारते थे उनके जैसा आचरण और व्यवहार आज की राजनीति में देखने को नहीं मिलता भवानी भाई सदैव सदैव स्मरणीय रहैंगे।
वरिष्ठ सामजसेवी पुरुषोत्तम सेवक और सत्यदेव शर्मा ने शब्दांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भवानी भाई जैसा व्यक्तित्त्व विरले ही होते है अपनो के लिए समर्पित व्यक्तिव है भवानी भाई।
सह संपादक रमेश भोजक समीर ने कहा कि भवानी भाई राजनीति क्षेत्र के ऐसे व्यक्ति रहे है जिनसे सीखकर राजनेता अपना मुकाम हासिल कर सकते है।
वीडियोकाल के जरिये शब्दांजलि और श्रद्धांजलि देने वालों में वरिष्ठ समाजसेवी दुर्गादत्त भोजक, व्याख्याता अनिल शर्मा, पार्वती सेवग, प्रबंधक अश्विनी शर्मा, शंकर सेवग, पूनमचंद शर्मा, असीम कौशिक, तरुण शर्मा, उदयपुर से प्रदीप शर्मा, जयपुर ओमप्रकाश शर्मा, कनय शर्मा, चंद्रकांत शर्मा, शरद शर्मा, हीरालाल शर्मा, सरोज देवी, निशा, जित्तेन्द्र भोजक ने शब्दांजली अर्पित की।
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