पंचांग - रविवार, अगस्त 30, 2020
(प्रदोष व्रत)
मोढेरा सूर्य मंदिर, मेहसाना
मोढेरा सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाना जिले के "मोढेरा" नामक गाँव में पुष्पावती नदी के किनारे प्रतीष्ठित है। यह स्थान पाटन से 30 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। यह सूर्य मन्दिर भारतवर्ष में विलक्षण स्थापत्य एवम् शिल्प कला का बेजोड़ उदाहरण है। सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम द्वारा सन् 1026-1027 ई. में इस मन्दिर का निर्माण किया गया था। वर्तमान समय में यह भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है और इस मन्दिर में पूजा करना निषिद्ध है। इस मन्दिर परिसर के मुख्य तीन भाग हैं- गूढ़मण्डप (मुख्य मन्दिर), सभामण्डप तथा कुण्ड (जलाशय)। इसके मण्डपों के बाहरी भाग तथा स्तम्भों पर अत्यन्त सूक्ष्म नक्काशी की गयी है। कुण्ड में सबसे नीचे तक जाने के लिए सीढिय़ाँ बनी हैं तथा कुछ छोटे-छोटे मन्दिर भी हैं।
इस स्थान को बाद में स्थानीय रूप से सीता नी चौरी और रामकुंड के नाम से जाना जाने लगा। अब यहां कोई पूजा नहीं की जाती है। मंदिर राष्ट्रीय महत्व का स्मारक है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के देखरेख में है। स्थापत्य की दृष्टि से यह मंदिर गुजरात में सोलंकी शैली में बने मंदिरो में सर्वोच्च है। ऊँचे प्लेटफार्म (जगती) पर एक ही अक्ष पर बने इस मंदिर के मुख्यत: तीन भाग है:- (1) मंदिर का मुख्य भाग जिसमें प्रदक्षिणा-पथ युक्त गर्भगृह तथा एक मण्डप हैं, (2) एक अलग से बना सभामण्डप जिसके सामने एक अलंकृत तोरण है,तथा (3) पत्थरों से निर्मित एक कुण्ड (जलाशय) जिसमें कई छोटे-बड़े लधु आकार के मंदिर निर्मित हैं। सभामण्डप, गूढमण्डप के साथ जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि एक अलग संरचना के रूप में इसे थोड़ा दूर रखा गया है। दोनों एक पक्के मंच पर बने हैं। इनकी छतें बहुत पहले ढह गई है, अब बस उसके कुछ निचले हिस्से ही बचे हैं। दोनों छतें 15 फुट 9 इंच व्यास की हैं, लेकिन अलग-अलग तरीके से बनाई गई हैं। मंच या प्लिंथ, उल्टे कमल के आकार का है।
मंडप में सुन्दरता से गढ़े पत्थर के स्तम्भ अष्टकोणीय योजना में खड़े किये गये है जो अलंकृत तोरणों को आधार प्रदान करते हैं। मंडप की बाहरी दीवारों पर चारों ओर आले बने हुए हैं जिनमें 12 आदित्यों, दिक्पालों, देवियों तथा अप्सराओं की मूर्तियाँ प्रतिष्ठापित हैं। सभामण्डप (अथवा, नृत्यमण्डप),जो कि कोणीय योजना में बना है,भी सुन्दर स्तम्भों से युक्त है। सभामण्डप में चारों मुख्य दिशाओं से प्रवेश हेतु अर्धवृतीय अलंकृत तोरण हैं। सभामण्डप के सामने एक बड़ा तोरण द्वार है। इसके ठीक सामने एक आयताकार कुंड है, जिसे "सूर्य कुण्ड"' कहते हैं (स्थानीय लोग इसे "राम कुण्ड" कहते हैम।) कुण्ड के जल-स्तर तक पहुँचने के लिये इसके अंदर चारों ओर प्लेटफार्म तथा सीठियाँ बनाई गई हैं। साथ ही कुंड के भीतर लघु आकार के कई छोटे बड़े मंदिर भी निर्मित किए गए हैं जो कि देवी-देवताओं, जैसे देवी शीतलामाता, गणेश, शिव (नटेश), शेषशायी-विष्णु तथा अन्य को समर्पित किए गए हैं। गुजरात के पर्यटन निगम के द्वारा जनवरी के तीसरे सप्ताह में उत्तरायण त्योहार के बाद मंदिर में 'उत्तरार्ध महोत्सव' मनाया जाता है, जिसमें प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य शास्त्रीय नृत्य रूपों को उसी तरह के माहौल में प्रस्तुत करना है, जिसमें वे मूल रूप से प्रस्तुत किए जाते थे।
मेष - आपके सभी काम सही समय पर पूरे हो जायेंगे। आजीविका में वृद्धि होगी। चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छे अवसर मिलेंगे। काम के प्रति जीवन में कुछ खालीपन सा महसूस होगा। साझेदारी के कार्यों में सफलता मिलेगी। अपने व्यवहार में नियन्त्रण रखें।
वृषभ -धन के मामले में दिन भाग्यशाली रहेगा। भविष्य के लिये योजना बना सकते हैं। धार्मिक कार्यों में आपका मन लगेगा। व्यवसाय में नये सहयोगी जुड़ेंगे। अपनी मान-प्रतिष्ठा को लेकर सशंकित रहेंगे।
मिथुन - ऐसे लोगों के साथ कारोबारी डील करनी पड़ेगी जो शायद आपके लिये अनुकूल न हो। घर के लोग आपसे नाखुश हो सकते हैं। लोग आपको अपमानित कर सकते हैं। अपने प्रयासों में आलस्य न करें। क्रोध और उत्तेजना में नियन्त्रण रखें।
कर्क - कारोबार में इच्छित लाभ प्राप्त होगा। किसी को उधार दिया हुआ धन वापस मिलेगा। आपकी कार्यक्षमता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। परोपकार में आप काफी रुचि लेंगे। आपके कार्यों को प्रशंसा मिलेगी।
सिंह - आपकी दिनचर्या में कुछ बदलाव होगा। विधिक मामलों में सफलता मिलेगी। आपका आत्मबल मजबूत होगा। मन में नयी योजनाओं को लेकर उत्साह रहेगा। आपको बहुत अच्छे अनुभव प्राप्त हो सकते हैं। पारिवारिक रिश्ते प्रगाढ़ होंगे।
कन्या - दाम्पत्य जीवन में उतार-चढ़ाव रहेगा। धन के निवेश को लेकर सावधान रहना होगा। दूसरों पर अपना प्रभाव छोड़ने में सफल होंगे। आज पूरा दिन व्यस्तता में व्यतीत होगा। लवमेट से कोई बड़ा वायदा कर सकते हैं।
तुला - आपको नयी ज़िम्मेदारी सौंपी जा सकती है। लेकिन इससे आपको परेशान होगी। सुख-समृद्धि में कमी आयेगी। माता के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। पैतृक व्यवसाय में आय बढ़ेगी। दूसरों का भी काम आपको करना पड़ेगा।
वृश्चिक - व्यापार में सहयोगियों के साथ सम्बन्ध मजबूत होंगे। घर में मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। शुभचिन्तक और मित्र आपका पर्याप्त सहयोग करेंगे। पारिवारिक कष्ट का निवारण होगा। जीवनसाथी से रिश्ते मजबूत होंगे। ऑफिस में आपकी महत्ता बढ़ेगी।
धनु - धन कमाने के नये अवसर ढूँढेंगे। सामाजिक कार्यों में आप सहभागी होंगे। आजीविका सम्बन्धी समस्या सुलझा लेंगे। सन्तान के व्यवहार से व्यथित हो सकते हैं। परिजनों का व्यवहार अच्छा नहीं रहेगा। आय से अधिक व्यय होगा।
मकर - किसी के भरोसे रहकर काम न करें। कार्यक्षेत्र में सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। धैर्य और संयम से काम करेंगे। आर्थिक परेशानी आज दूर होगी। अपने काम के प्रति समर्पित और उत्साहित रहेंगे। भाग्य का पूर्ण सहयोग मिलेगा।
कुम्भ - अपने खर्चों को नियन्त्रित करने का प्रयास करें। आपकी छवि को लोग खराब करेंगे। दिनचर्या असन्तुलित रहेगी। कोई अत्यावश्यक कार्य टल सकता है। अपनी क्षमता पर सन्देह न करें। परिस्थितियों के अधीन होने के बजाय उनसे सीखने की प्रवृत्ति विकसित करें।
मीन - करियर के लिये यह उत्तम समय है। नये कारोबार में आय बढ़ने से प्रसन्न रहेंगे। आयात-निर्यात से सम्बन्धित बिजनेस में निवेश कर सकते हैं। अपनी रचनात्मक ऊर्जा का बेहतर प्रयोग करेंगे। प्रेम सम्बन्ध विवाह में परिणत हो सकते हैं।
- ज्योतिषी प्रेमशंकर शर्मा, बीकानेर।
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