पंचांग - बृहस्पतिवार, अगस्त 27, 2020
श्री वेंकटेश्वर बालाजी, तिरुपति
पुराणों के अनुसार, श्री विष्णु ने कुछ समय के लिए स्वामी पुष्करणी नामक सरोवर के किनारे निवास किया था। यह सरोवर तिरुमला के पास स्थित है। तिरुमाला-तिरुपति के चारों ओर स्थित पहाड़ियाँ, शेषनाग के सात फनों के आधार पर बनीं 'सप्तगिरि' कहलाती हैं। वैकुण्ठ एकादशी के अवसर पर लोग तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर पर प्रभु के दर्शन के लिए आते हैं, जहाँ पर साक्षात [बालाजी] विराजमान हे। यहां आने के पश्चात भक्तो को जनम मरण के बंंधन से मुक्ति मिलती हैं ओर सारे पाप धुल जाते हैं,
श्री वैंकटेश्वर का प्राचीन मंदिर तिरुपति पहाड़ की सातवीं चोटी (वैंकटचला) पर स्थित है। यह श्री स्वामी पुष्करिणी के दक्षिणी किनारे पर स्थित है। श्री वेंकट पहाड़ी का स्वामी होने के कारण ही इन्हें वैंकटेश्वर कहा जाने लगा। इन्हें सात पहाड़ों का भगवान भी कहा जाता है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान वैंकटेश्चर साक्षत विराजमान है।
देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध है। देश-विदेश के कई बड़े उद्योगपति, फिल्म सितारे और राजनेता यहां अपनी उपस्थिति देते हैं।
जानें उनके आश्चर्यजनक तथ्य...
- मुख्यद्वार के दाएं बालरूप में वेंकटेश्वर बालाजी को ठोड़ी से रक्त आया था, उसी समय से बालाजी के ठोड़ी पर चंदन लगाने की प्रथा शुरू हुई।
- भगवान बालाजी के सिर पर रेशमी केश हैं, और उनमें गुत्थिया नहीं आती और वह हमेशा ताजा रहेते है।
- मंदिर से 23 किलोमीटर दूर एक गांव है, उस गांव में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है। वहां पर लोग नियम से रहते हैं। वहीं से लाए गए फूल भगवान को चढ़ाए जाते हैं और वहीं की ही अन्य वस्तुओं को चढाया जाता है जैसे- दूध, घी, माखन आदि।
- भगवान बालाजी गर्भगृह के मध्य भाग में खड़े दिखते हैं लेकिन, वे दाई तरफ के कोने में खड़े हैं बाहर से देखने पर ऎसा लगता है।
- बालाजी को प्रतिदिन नीचे धोती और उपर साड़ी से सजाया जाता है।
- गृभगृह में चढ़ाई गई किसी वस्तु को बाहर नहीं लाया जाता, बालाजी के पीछे एक जलकुंड है उन्हें वहीं पीछे देखे बिना उनका विसर्जन किया जाता है।
- बालाजी की पीठ को जितनी बार भी साफ करो, वहां गीलापन रहता ही है, वहां पर कान लगाने पर समुद्र घोष सुनाई देता है।
- बालाजी के वक्षस्थल पर लक्ष्मीजी निवास करती हैं। हर गुरुवार को निजरूप दर्शन के समय भगवान बालाजी की चंदन से सजावट की जाती है उस चंदन को निकालने पर लक्ष्मीजी की छबि उस पर उतर आती है।
- बालाजी के जलकुंड में विसर्जित वस्तुए तिरूपति से 20 किलोमीटर दूर वेरपेडु में बाहर आती हैं।
- गर्भगृह मे जलने वाले दिपक कभी बुझते नही हैं, वे कितने ही हजार सालों से जल रहे हैं किसी को पता भी नही है।
भगवान वेंकटेश्वर विष्णु को प्रिय केशदान
इसके अंतर्गत श्रद्धालु प्रभु को अपने केश समर्पित करते हैं जिससे अभिप्राय है कि श्रद्धालु अपने केश / सबसे प्रिय श्रंगार ईश्वर को समर्पित करते हैं। मानव योनी मे जन्म ओर सम्सत पिढी की तरफ से कृतज्ञता हेतु केश समर्पिण किया जाता हैं ।
पुराने समय में यह संस्कार घरों में ही नाई के द्वारा संपन्न किया जाता था, पर समय के साथ-साथ इस संस्कार का भी केंद्रीकरण हो गया और मंदिर के पास स्थित 'कल्याण कट्टा' नामक स्थान पर यह सामूहिक रूप से संपन्न किया जाने लगा। अब सभी नाई इस स्थान पर ही बैठते हैं। केशदान के पश्चात यहीं पर स्नान करते हैं और फिर पुष्करिणी में स्नान के पश्चात मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं।
श्री तिरुपति वेन्कटेशवर बालाजी मंदिर
तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर, तिरुपति तिरुमाला में स्थित प्रसिद्ध भव्य हिन्दू मन्दिर है। इस मंदिर की उत्पत्ति वैष्णव संप्रदाय से हुई है। यह संप्रदाय समानता और प्रेम के सिद्धांत को मानता है। इस मंदिर की महिमा का वर्णन विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। पुराणो के अनुसार, वेन्कटेश्रर का दर्शन करने वाले हरेक व्यक्ति को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सबसे बड़ी इच्छा भगवान वैंकटेश्वर के दर्शन करने की होती है। ऐक १ लाख से भी अधिक श्रद्धालु इस मंदिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं। भक्तों की लंबी कतारें देखकर सहज की इस मंदिर की प्रसिद्धि का अनुमान लगाया जाता है। मुख्य मंदिर के अलावा यहां अन्य मंदिर भी हैं। तिरुमला और तिरुपति का भक्तिमय वातावरण मन को श्रद्धा और आस्था से भर देता है।
मेष - समय का अच्छा लाभ उठा पायेंगे। कारोबार में विस्तार कर सकते हैं। रिश्तेदारों और सगे-सम्बन्धियों से मिलना पड़ सकता है। मन में किसी प्रकार की शंका न करें। आयात-निर्यात सम्बन्धी कार्य शुरू हो सकते हैं। दोपहर के बाद धन को लेकर कुछ चिन्ता हो सकती है।
वृषभ - धन का अपव्यय करने से आपको बचना चाहिये। सरकारी कार्यों में बाधा आने की आशंका रहेगी। महत्वपूर्ण कार्यों को दोपहर के बाद या अगले दिन के लिये छोड़ना उचित होगा। स्वास्थ्य लाभ हो सकता है। घर में कलह का माहौल हो सकता है।
मिथुन - मन की भावनाओं को नियन्त्रित रखें। आर्थिक मामलों में उन्नति होने के योग बन रहे हैं। दूसरों से अपनी तुलना न करें। यात्रा में जल्दबाज़ी न करें। अपनी क्षमताओं का बेहतर उपयोग कर पायेंगे। शाम के समय दाम्पत्य सम्बन्धों में तनाव हो सकता है।
कर्क - कारोबार में लाभ की सम्भावनायें प्रबल होंगी। गर्मी के कारण सिरदर्द हो सकता है। ध्यान-योग से मन को शान्ति मिलेगी। पढ़ाई में आपको विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है।
सिंह - आर्थिक मामले सुलझ सकते हैं। सरकारी कार्यों में आपको सफलता मिलेगी। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। लवमेट्स शादी के लिये प्लानिंग कर सकते हैं। जॉब में स्थानान्तरण होने के योग बन रहे हैं।
कन्या - मान-सम्मान में कमी आ सकती है। अनैतिक कार्यों से दूर रहें। बड़ों की सलाह की अनदेखी न करें। कार्य की स्थिति अनुकूल रहने वाली है। भविष्य को लेकर थोड़े आशंकित रहेंगे। अनावश्यक क्रोध न करें।
तुला - दोपहर के बाद समस्या बढ़ सकती है। कारोबार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। विवादों से आपको दूर रहना चाहिये। भोग-विलास में रुचि लेंगे। तनाव और चिन्ता के कारण आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
वृश्चिक - मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। आपकी योजनाओं में रुकावट आ सकती है। वैवाहिक प्रस्ताव मिलने के योग बन रहे हैं। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। करियर के लेकर काफी अच्छी स्थितियाँ मिलेंगी।
धनु - दाम्पत्य जीवन में समस्या आ सकती है। व्यवसायिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। प्रभावशाली लोगों से सम्पर्क हो सकता है। अपनी मनः स्थिति अच्छी रहेगी। प्रेम और रोमांस में रुचि लेंगे।
मकर - लोगों पर बेवजह आरोप न करें। बौद्धिक कार्यों में भाग लेंगे। आपके विचारों में सकारात्मकता रहेगी। लव लाइफ बहुत ही अच्छी रहेगी। वरिष्ठजनों से सहयोग प्राप्त होगा। सन्तान सुख में वृद्धि होगी।
कुम्भ - महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं। घर के लोगों से विवाद हो सकता है। सुबह कोई शुभ समाचार मिलने के योग बन रहे हैं। भविष्य को लेकर चिन्तित रहेंगे। अपने काम पर फोकस बनाये रखें।
मीन - अपनी भावनाओं को नियन्त्रित करें। किसी परेशानी से आज मुक्ति मिल सकती है। आय में वृद्धि हो सकती है। काम के सिलसिले में प्रयास सार्थक होंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा।
- ज्योतिषी प्रेमशंकर शर्मा, बीकानेर।
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