पंचांग - मंगलवार, अगस्त 11, 2020
श्री मकरध्वज हनुमान मंदिर पिता-पुत्र के आनंदपूर्ण मिलन का सर्वप्रथम मंदिर है। यह देवभूमि द्वारका जिले के अंतर्गत बेट द्वारका या शंखोधर द्वीप पर स्थित है। मंदिर के गर्भग्रह में प्रवेश करते ही आप पिता और पुत्र के दर्शन कर सकते हैं।
श्री हनुमान जी आपके दाहिनी ओर और श्री मकरध्वज बाएं हाथ की ओर है। श्री मकरध्वज का पूर्ण रूप व जांघ के ऊपर हनुमानजी अर्ध रूप ही दिखता है। श्री मकरध्वज एक राक्षस को सहज रूप से अपने पैरों के नीचे दवाए हुए एवं श्री हनुमान आनंद मुद्रा मे प्रतीत होते हैं। इन दोनों के हाथ में कोई गदा नहीं है या कोई अन्य हथियार नहीं है।
गुजरात में खुशी तथा प्रसन्नता के भाव को व्यक्त करना दांडी कहा जाता है, अतः मंदिर का नाम श्री हनुमान दांडी संकीर्तन मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर के महंत के अनुसार भगवान श्री हनुमान हर वर्ष चावल के एक दाने के बराबर पृथ्वी को नीचे जा रहे हैं और श्री हनुमंत के इस स्थान को छोड़ कर जाते ही इस कलयुग का अंत हो जाएगा।
रामायण में मकरध्वज की कहानी :-
भगवान श्री हनुमान जन्म से ही ब्रह्मचारी थे, तब उनके बेटे मकरध्वज का ये दुर्लभ मंदिर श्री हनुमान दांडी मंदिर कैसे और कहाँ से आया? जब हनुमान ने पूरे पूंछ पर आग लगाकर पूरे लंका को जलाने के बाद समुद्र के पानी में डुबकी लगाई, तो उसकी पसीना की एक बूंद एक शक्तिशाली मछली के मुंह में गिर गई। इस प्रकार यह गर्भवती ताकतवर मछली अहिरावण के लोगों द्वारा पकड़ी गई, जो लंकेश रावण के कदम भाई थे, और पाताल लोक के राजा थे।तब मछली के पेट से मकरध्वज मिले। अहिरावण ने मकरध्वज की ताकत और बुद्धि को देखते हुए उन्हें अपने राज्य पाताल लोक के द्वार की रक्षा करने का काम सौंप दिया। मकरध्वज का नाम प्राणी मकर से लिया गया है और इसे मकर है, कभी-कभी मगर-धाज के रूप में भी लिखा जाता है - जिसे मगर (सरीसृप) और भाग वानारा के रूप में दर्शाया गया है। रामायण की कहानी के अनुसार, जब अहिरावण ने भगवान श्री राम और लक्ष्मण को पाताल लोक की ओर ले गया, हनुमान भी उन्हें बचाने पाताल पुरी पहुँचे। पाताल-पुरी के द्वार पर, भगवान हनुमान को एक प्राणी ने चुनौती दी थी, जो वानार और सरीसृप (मकरा) यानी मकरध्वज था।
बेट द्वारका कच्छ की खाड़ी के मुहाने पर बसा एक द्वीप है जो ओखा तट के तट से 2.5 किमी दूर स्थित है। इस द्वीप पर ओखा के जेटी बंदरगाह से नौका द्वारा पहुँचा जा सकता है। यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण की महानगरीय द्वारका के श्री द्वारकाधीश मंदिर से 5.5 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। द्वारकाधीश से हनुमान मंदिर तक जाने के लिए वहाँ के लोकल साधन जैसे टेंपो की सवारी की जा सकती है। और यह मुख्य द्वारका से 32 किमी दूर है। गुजराती भाषा में बेट का अर्थ द्वीप है। यह द्वीप भगवान श्रीकृष्ण द्वारा निर्मित मूल द्वारका का हिस्सा है और यहाँ वे अपने बचपन के मित्र श्री सुदामा से मिले थे। इसलिए भक्त इस जगह को बैठक या भेंट से जोड़ते हुए इसे बेट द्वारका बोलते हैं।
हनुमान जयंती यहाँ काफी धूम-धाम से मनाया जाता है, इस दिन यहाँ 10-15 हजार श्रद्धालु हनुमंत लाल के दर्शन के लिए आते हैं। इसके अलावा यहाँ दशहरा / विजया दशमी पर श्री कृष्ण की मूर्ति को श्री राम की तरह सजा कर, पालखी पर बिठाकर विशेष यात्रा के तहत लाई जाती हैं। इस मंदिर में ॥श्री राम जय राम जय जय राम॥ मंत्र का जप करने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से भक्तजन आते हैं। मंदिर में जो भक्त विशेष पूजा करना चाहते हैं उनके लिए मंदिर में आवास की सुविधाएं भी उपलब्ध है।
मेष - शोधकर्ता नयी तकनीक विकसित करने में कामयाब रहेंगे। व्यापारिक अनुबन्ध जबरदस्त लाभकारी सिद्ध होंगे। धार्मिक पूजा और चिन्तन का सकारात्मक परिणाम आपको देखने को मिलेगा। भाई-बहनों से सम्बन्ध अच्छे होंगे। उच्चाधिकारियों का प्रोत्साहन मिलने से उत्साहित रहेंगे।
वृषभ -सरकारी अधिकारियों को बॉस से डाँट मिल सकती है। कार्यक्षेत्र में भागदौड़ ज्यादा करनी होगी। धन सम्बन्धित मामले आज उलझ सकते हैं। लापरवाही भरे व्यवहार के कारण काम की गति प्रभावित रहेगी। गरिष्ठ और ज्यादा मीठे भोजन के सेवन से बचें।
मिथुन - आपके शारीरिक सौन्दर्य की काफी प्रशंसा होगी। मित्रों और रिश्तेदारों के बीच आपकी धाक जमेगी। बड़े आर्थिक लाभ मिलने से आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। प्रेमी जन आपसे आकर्षित रहेंगे। मन में एक साथ कई परियोजनाओं के विषय में प्लानिंग कर सकते हैं।
कर्क - आपके शारीरिक सौन्दर्य की काफी प्रशंसा होगी। मित्रों और रिश्तेदारों के बीच आपकी धाक जमेगी। बड़े आर्थिक लाभ मिलने से आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। प्रेमी जन आपसे आकर्षित रहेंगे। मन में एक साथ कई परियोजनाओं के विषय में प्लानिंग कर सकते हैं।
सिंह - सरकारी क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने के योग बन रहे हैं। स्वभाव में तीक्ष्णता रहेगी। पूरा दिन व्यस्त रहेंगे। स्वास्थ्य बहुत अच्छा रहेगा। फैशन और शो रूम व्यवसाय से जुड़े लोगों के कारोबार में तेजी आयेगी। जीवनसाथी और बच्चों के साथ मौज मस्ती भरा समय बीतेगा।
कन्या - व्यक्तिगत उलझनों को लेकर परेशान हो सकते हैं। आयात-निर्यात के व्यापार में नुकसान होगा। पाचन सम्बन्धी रोग उत्पन्न हो सकते हैं। आपके कुछ तथाकथित हितैषी आपकी गुप्त बातों को सार्वजनिक कर सकते हैं। कार्य समय पर न पूरा होने के कारण कठिनाई आयेगी।
तुला - बहुप्रतीक्षित कार्य आज पूरे हो सकते हैं। कोई छोटी व्यवसायिक यात्रा करनी पड़ेगी। आपको अपने बौद्धिक चातुर्य पर गर्व होगा। वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह आपके लिये काफी लाभदायक होगी। जीवनसाथी के प्रेम से अभिभूत रहेंगे।
वृश्चिक - आपका दिन प्रायः सामान्य ही रहने वाला है। सहकर्मियों के सहयोग से निश्चित समय पर कार्य पूरे हो जायेंगे। किसी काम को छोटा या बेकार न समझें। जोखिम भरे निवेश आपको परेशानी में डाल सकते हैं। दिनचर्या संयमित रखें।
धनु - अकारण क्रोध करने से बचें। उदर-शूल और कब्ज की शिकायत हो सकती है। प्रेम सम्बन्धों में आसक्ति का भाव बढ़ेगा। अपनी समस्याओं में दोस्तों और शुभ चिन्तकों को घसीटना उचित नहीं है। अनैतिक कार्यों में संलिप्तता न रखें।
मकर - व्यवहार में कमी के कारण अच्छे प्रोजेक्ट्स हाँथ से निकाल सकते हैं। अपने अहंकार को पुष्ट न होने दें। व्यापार में मंदी और नकदी की कमी रहेगी। मेहनत करने की इच्छा नहीं होगी। सहकर्मी आपके प्रति ईर्ष्या भाव रखेंगे।
कुम्भ - धार्मिक पूजन में काफी समय व्यतीत करेंगे। स्त्री जातकों को नये प्रेम सम्बन्ध की प्राप्ति हो सकती है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों में आपका नाम होगा। गृहस्थ सुख में वृद्धि होगी। नया घर लेने का विचार बना सकते हैं।
मीन - घर में झगड़ा हो तो मौन रहना सबसे बेहतर विकल्प होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार में गति लाने के लिये धन का प्रबन्ध करना होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनन्द उठायेंगे। सर्दी-जुकाम की शिकायत हो सकती है।
- ज्योतिषय श्री प्रेमशंकर शर्मा, बीकानेर।
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