पंचांग - बुधवार, जुलाई 15, 2020
गढ़ गणेश मंदिर, जयपुर
गणेश जी को प्रथमपूज्य देवता कहा जाता है। इनकी पूजा अर्चना से घर में सभी विघ्न दूर होते हैं। शादी की पत्रिका सबसे पहले गणेश जी के चरणों में रखी जाती है, कहा जाता है की मांगलिक कार्यों में गणेश जी की कृपा सर्वप्रथम आवश्यक होती है। गणेश जी के देशभऱ में कई मंदिर है और सभी में वे सूंड के साथ विराजमान हैं। लेकिन राजस्थान में गजानन महाराज का एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां गणपतिजी बिना सूंड के विराजमान हैं। क्योंकि यहां उनके बाल रुप की पूजा की जाती है। मंदिर में बुधवार के दिन बड़ी संख्या में श्रृद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं। देशभर से यहां लोग गजानन महाराज के दर्शन के लिए आते हैं।गणेश जी का यह अनोखा मंदिर राजस्थान के जयपुर में स्थित है। यह मंदिर गढ़ गणेश के नाम से प्रसिद्ध है। जयपुर के उत्तर दिशा में यह मंदिर अरावली की उंची पहाड़ी पर मुकुट के समान नज़र आता है। जयपुर में स्थित गणेश जी के प्राचीन मंदिर में गणेश जी की पुरुषाकृति में प्रतिमा विराजमान है। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है, मंदिर तक जाने के लिए लगभग 500 मीटर की चढ़ाई पूरी करनी पड़ती है। प्रसिद्ध गैटोर की छतरियां तक निजी साधन से पहुंचने के बाद यहां के लिए चढ़ाई शुरू होती है। मंदिर इतनी उंचाई पर बसा हुआ है जहां पहुंचने के बाद जयपुर की भव्ययता देखते ही बनती है। गढ़ गणेश मंदिर से पूरा शहर नजर आता है। यहां से पुराना शहर पूरा नजर आता है। एक तरफ पहाड़ी पर नाहरगढ, दूसरी तरफ पहाड़ी के नीचे जलमहल, सामने की तरफ शहर की बसावट का खूबसूरत नजारा यहां से देखा जा सकता है। बारिश में यह पूरा इलाका हरियाली से आच्छादित हो जाता है। जयपुर के संस्थापक ने कराई थी मंदिर की स्थापना यहां मंदिर में मौजूद मूर्ति की तस्वीर लेना प्रतिबंधित है। यह मंदिर जिस पहाड़ी पर स्थित है उसकी तहलटी में ही अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन हुआ था। इस मंदिर में प्रसाद चढ़ाते समय गणेशजी के मंत्रों का भी उच्चारण किया जाता है। गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन यहां पर भव्य मेला आयोजित होता है। मंदिर का निर्माण जयपुर के संस्थापक सवाई जयसिंह द्वितीय ने कराया। सवाई जयसिंह द्वितीय ने जयपुर में अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन किया था। इस दौरान तांत्रिक विधि से इस मंदिर की स्थापना कराई थी।
गढ़ गणेश मंदिर का निर्माण खास तरह से कराया गया है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य जिस महल में रहते है उसे चंद्र महल के नाम से जाना जाता है। यह सिटी पैलेस का हिस्सा है। चंद्र महल की उपरी मंजिल से इस मंदिर में स्थापित मूर्ति के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि पूर्व राजा-महाराजा गोविंददेवजी और गढ़ गणेश जी के दर्शन करके अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते थे। मंदिर में दो बड़े मूषक भी हैं, जिनके कान में दर्शनार्थी अपनी मन्नत मांगते हैं।
कैसे पहुंच गढ़ गणेश मंदिरसड़क से: गढ़ गणेश मंदिर ब्रह्मपुरी जयपुर के पास स्थित है और शहर के बाहरी इलाके में गेटर रोड पर स्थित है। यह जयपुर रेलवे स्टेशन से 7 किमी की दूरी पर है और बस और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल द्वारा : जयपुर, जयपुर रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है जो प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद रेलवे स्टेशनों से भी जुड़ा हुआ है।
हवाई यात्रा से: गढ़ गणेश मंदिर, जयपुर हवाई अड्डे के जरिए पहुंचा जा सकता है, जिसे संगनेर हवाई अड्डे भी कहा जाता है जो दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, जोधपुर और उदयपुर से नियमित डोमेस्टिक उड़ानों के साथ भलीभांति जुड़ा हुआ है।
मेष - व्यवसाय की परेशानियाँ दूर होंगी। साझेदारों से मतभेद दूर होंगे। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। परिवार का माहौल आपको सुख-शान्ति देगा। कार्यपद्धति में सुधार करने का प्रयास करेंगे। अपनी गलतियों से सीखेंगे।
वृषभ - अपनी संगत अच्छी रखें। लोगों के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें। शाम के समय किसी मित्र से झगड़ा हो सकता है। कारोबार में मन्दी की सम्भावना रहेगी। मित्रों के साथ अपना व्यवहार खराब न करें।
मिथुन - आपका दिन बहुत ही अच्छा रहेगा। मित्रों से सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। किसी कठिन कार्य में हिस्सा ले सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। माता-पिता की सलाह को महत्व दें।
कर्क - कोई मनोकामना पूरी हो सकती है। वाहन और सम्पत्ति से लाभ मिलेगा। कला और गेम्स में रुचि लेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको रुचि के कार्य मिलेंगे। महत्वपूर्ण निर्णय शाम से पहले ले लें।
सिंह - यात्रा सफलता प्रदायक रहेगी। किसी बुजुर्ग सदस्य के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आयात-निर्यात सम्बन्धी कारोबार में लाभ मिलेगा। उच्चाधिकारी आपकी पदोन्नति का प्रस्ताव रख सकते हैं।
कन्या - लोगों के निजी मामलों में दखल न करें। विवादों से बचने के लिये मौन का सहारा लें। दूसरों के भरोसे रहने के बजाय आत्मनिर्भर बनें। आपसे ईर्ष्या रखने वाले लोग आपका उपहास कर सकते हैं किन्तु आप उस पर ध्यान न दें। अपने विचारों को स्थिर रखने का प्रयास करें, कोई नया काम फिलहाल शुरू न करें।
तुला - व्यापार में नये ऑर्डर मिल सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को बॉस की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। ईश्वर पर विश्वास रखें। कुछ कार्य आपकी सोच के परे परिणाम दे सकते हैं। प्रोफेशनल लाइफ का असर परिवार पर न पड़ने दें। दिनचर्या अनुशासित रखने का प्रयास करें।
वृश्चिक - कार्यक्षेत्र में आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं। शुभ संकल्पों का प्रभाव आपके कारोबार पर पड़ेगा। धार्मिक आस्था प्रबल रहेगी। आपके स्थान परिवर्तन की चर्चा चल सकती है। घरेलू जीवन में सुख-शान्ति रहेगी।
धनु - प्रेम सम्बन्धों में धोखे जैसी सम्भावना बन सकती है। आपका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। उधार दिया हुआ धन डूब सकता है। अपनी पुरानी गलतियों को दोहराने के बजाए उससे सीखने का प्रयास करें। सन्तान का व्यवहार आपको दुख पहुंचा सकता है।
मकर -जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को करियर के नये विकल्प मिल सकते हैं। घर में कलह का वातावरण हो सकता है। किसी अनजाने व्यक्ति की किसी भी स्थिति में गारण्टी न लें। कारोबार में गिरावट आने की सम्भावना है।
कुम्भ - सरकारी कार्यों में आ रही बाधा दूर होगी। नये मित्र आपकी भरसक सहायता करेंगे। यात्रा सुरक्षित और सफलता देय होगी। आपकी मेहनत का सार्थक परिणाम मिलेगा। अधीनस्थ कर्मचारी आपके प्रति बेहद निष्ठावान रहेगें। कर्ज मुक्ति के योग बन रहे हैं।
मीन - आपकी वाणी में उग्रता हो सकती है। बच्चे आपसे असन्तुष्ट हो सकते हैं। शेयर मार्केट या म्युचुअल फण्ड में निवेश के दौरान सावधानी रखें। जीवनसाथी का सहयोग आपको कई परेशानियों से मुक्त कर देगा।
- ज्योतिषी प्रेमशंकर शर्मा, बीकानेर।
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गणेश जी को प्रथमपूज्य देवता कहा जाता है। इनकी पूजा अर्चना से घर में सभी विघ्न दूर होते हैं। शादी की पत्रिका सबसे पहले गणेश जी के चरणों में रखी जाती है, कहा जाता है की मांगलिक कार्यों में गणेश जी की कृपा सर्वप्रथम आवश्यक होती है। गणेश जी के देशभऱ में कई मंदिर है और सभी में वे सूंड के साथ विराजमान हैं। लेकिन राजस्थान में गजानन महाराज का एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां गणपतिजी बिना सूंड के विराजमान हैं। क्योंकि यहां उनके बाल रुप की पूजा की जाती है। मंदिर में बुधवार के दिन बड़ी संख्या में श्रृद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं। देशभर से यहां लोग गजानन महाराज के दर्शन के लिए आते हैं।गणेश जी का यह अनोखा मंदिर राजस्थान के जयपुर में स्थित है। यह मंदिर गढ़ गणेश के नाम से प्रसिद्ध है। जयपुर के उत्तर दिशा में यह मंदिर अरावली की उंची पहाड़ी पर मुकुट के समान नज़र आता है। जयपुर में स्थित गणेश जी के प्राचीन मंदिर में गणेश जी की पुरुषाकृति में प्रतिमा विराजमान है। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है, मंदिर तक जाने के लिए लगभग 500 मीटर की चढ़ाई पूरी करनी पड़ती है। प्रसिद्ध गैटोर की छतरियां तक निजी साधन से पहुंचने के बाद यहां के लिए चढ़ाई शुरू होती है। मंदिर इतनी उंचाई पर बसा हुआ है जहां पहुंचने के बाद जयपुर की भव्ययता देखते ही बनती है। गढ़ गणेश मंदिर से पूरा शहर नजर आता है। यहां से पुराना शहर पूरा नजर आता है। एक तरफ पहाड़ी पर नाहरगढ, दूसरी तरफ पहाड़ी के नीचे जलमहल, सामने की तरफ शहर की बसावट का खूबसूरत नजारा यहां से देखा जा सकता है। बारिश में यह पूरा इलाका हरियाली से आच्छादित हो जाता है। जयपुर के संस्थापक ने कराई थी मंदिर की स्थापना यहां मंदिर में मौजूद मूर्ति की तस्वीर लेना प्रतिबंधित है। यह मंदिर जिस पहाड़ी पर स्थित है उसकी तहलटी में ही अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन हुआ था। इस मंदिर में प्रसाद चढ़ाते समय गणेशजी के मंत्रों का भी उच्चारण किया जाता है। गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन यहां पर भव्य मेला आयोजित होता है। मंदिर का निर्माण जयपुर के संस्थापक सवाई जयसिंह द्वितीय ने कराया। सवाई जयसिंह द्वितीय ने जयपुर में अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन किया था। इस दौरान तांत्रिक विधि से इस मंदिर की स्थापना कराई थी।
गढ़ गणेश मंदिर का निर्माण खास तरह से कराया गया है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य जिस महल में रहते है उसे चंद्र महल के नाम से जाना जाता है। यह सिटी पैलेस का हिस्सा है। चंद्र महल की उपरी मंजिल से इस मंदिर में स्थापित मूर्ति के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि पूर्व राजा-महाराजा गोविंददेवजी और गढ़ गणेश जी के दर्शन करके अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते थे। मंदिर में दो बड़े मूषक भी हैं, जिनके कान में दर्शनार्थी अपनी मन्नत मांगते हैं।
कैसे पहुंच गढ़ गणेश मंदिर
सड़क से: गढ़ गणेश मंदिर ब्रह्मपुरी जयपुर के पास स्थित है और शहर के बाहरी इलाके में गेटर रोड पर स्थित है। यह जयपुर रेलवे स्टेशन से 7 किमी की दूरी पर है और बस और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल द्वारा : जयपुर, जयपुर रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है जो प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद रेलवे स्टेशनों से भी जुड़ा हुआ है।
हवाई यात्रा से: गढ़ गणेश मंदिर, जयपुर हवाई अड्डे के जरिए पहुंचा जा सकता है, जिसे संगनेर हवाई अड्डे भी कहा जाता है जो दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, जोधपुर और उदयपुर से नियमित डोमेस्टिक उड़ानों के साथ भलीभांति जुड़ा हुआ है।
मेष - व्यवसाय की परेशानियाँ दूर होंगी। साझेदारों से मतभेद दूर होंगे। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। परिवार का माहौल आपको सुख-शान्ति देगा। कार्यपद्धति में सुधार करने का प्रयास करेंगे। अपनी गलतियों से सीखेंगे।
वृषभ - अपनी संगत अच्छी रखें। लोगों के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें। शाम के समय किसी मित्र से झगड़ा हो सकता है। कारोबार में मन्दी की सम्भावना रहेगी। मित्रों के साथ अपना व्यवहार खराब न करें।
मिथुन - आपका दिन बहुत ही अच्छा रहेगा। मित्रों से सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। किसी कठिन कार्य में हिस्सा ले सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। माता-पिता की सलाह को महत्व दें।
कर्क - कोई मनोकामना पूरी हो सकती है। वाहन और सम्पत्ति से लाभ मिलेगा। कला और गेम्स में रुचि लेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको रुचि के कार्य मिलेंगे। महत्वपूर्ण निर्णय शाम से पहले ले लें।
सिंह - यात्रा सफलता प्रदायक रहेगी। किसी बुजुर्ग सदस्य के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आयात-निर्यात सम्बन्धी कारोबार में लाभ मिलेगा। उच्चाधिकारी आपकी पदोन्नति का प्रस्ताव रख सकते हैं।
कन्या - लोगों के निजी मामलों में दखल न करें। विवादों से बचने के लिये मौन का सहारा लें। दूसरों के भरोसे रहने के बजाय आत्मनिर्भर बनें। आपसे ईर्ष्या रखने वाले लोग आपका उपहास कर सकते हैं किन्तु आप उस पर ध्यान न दें। अपने विचारों को स्थिर रखने का प्रयास करें, कोई नया काम फिलहाल शुरू न करें।
तुला - व्यापार में नये ऑर्डर मिल सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को बॉस की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। ईश्वर पर विश्वास रखें। कुछ कार्य आपकी सोच के परे परिणाम दे सकते हैं। प्रोफेशनल लाइफ का असर परिवार पर न पड़ने दें। दिनचर्या अनुशासित रखने का प्रयास करें।
वृश्चिक - कार्यक्षेत्र में आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं। शुभ संकल्पों का प्रभाव आपके कारोबार पर पड़ेगा। धार्मिक आस्था प्रबल रहेगी। आपके स्थान परिवर्तन की चर्चा चल सकती है। घरेलू जीवन में सुख-शान्ति रहेगी।
धनु - प्रेम सम्बन्धों में धोखे जैसी सम्भावना बन सकती है। आपका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। उधार दिया हुआ धन डूब सकता है। अपनी पुरानी गलतियों को दोहराने के बजाए उससे सीखने का प्रयास करें। सन्तान का व्यवहार आपको दुख पहुंचा सकता है।
मकर -जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को करियर के नये विकल्प मिल सकते हैं। घर में कलह का वातावरण हो सकता है। किसी अनजाने व्यक्ति की किसी भी स्थिति में गारण्टी न लें। कारोबार में गिरावट आने की सम्भावना है।
कुम्भ - सरकारी कार्यों में आ रही बाधा दूर होगी। नये मित्र आपकी भरसक सहायता करेंगे। यात्रा सुरक्षित और सफलता देय होगी। आपकी मेहनत का सार्थक परिणाम मिलेगा। अधीनस्थ कर्मचारी आपके प्रति बेहद निष्ठावान रहेगें। कर्ज मुक्ति के योग बन रहे हैं।
मीन - आपकी वाणी में उग्रता हो सकती है। बच्चे आपसे असन्तुष्ट हो सकते हैं। शेयर मार्केट या म्युचुअल फण्ड में निवेश के दौरान सावधानी रखें। जीवनसाथी का सहयोग आपको कई परेशानियों से मुक्त कर देगा।
- ज्योतिषी प्रेमशंकर शर्मा, बीकानेर।
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